कवि का आशय

टीचर: 'ज्यों-ज्यों इलाज़ किया, मर्ज़ बढ़ता ही गया', इसमें कवि का आशय क्या है?
पप्पू: सर लगता है कि कवि का इलाज़ किसी सरकारी अस्पताल में चल रहा है।

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